उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित सहस्त्रताल में ट्रेकर्स के लिए चलाया गया रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया है। रेस्क्यू टीम 4 ट्रेकर्स से शवों को हेलीकॉप्टर से पहले भटवाड़ी लेकर आई। भटवाड़ी के बाद सभी ट्रेकर्स के शवों और अन्य पांच ट्रेकर्स को एमआई-17 हेलीकॉप्टर से देहरादून के हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट लाया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने के बाद एसडीआरएफ की टीम भी उत्तरकाशी जिले के भटवाड़ी पहुंच गई है। सहस्त्रताल ट्रेक हादसे में 9 ट्रेकर्स की मौत हुई थी।
उत्तरकाशी के सहस्त्रताल ट्रेकिंग रूट पर फंसे ट्रेकर्स के लिए चलाया गया रेस्क्यू अभियान तीसरे दिन पूरा हो गया है। आज गुरुवार को एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम बाकी चार ट्रेकर्स के शव लेकर भटवाड़ी पहुंची। इससे पहले बुधवार को वायु सेना ने 5 शव बरामद कर लिए थे। 13 ट्रेकर्स का सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है। सभी लोग कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के रहने वाले हैं। रेस्क्यू किए गए लोगों में केवल एक महिला पुणे महाराष्ट्र की रहने वाली है। उत्तरकाशी में स्थित सहस्त्रताल ट्रेकिंग रूट पर फंसे सभी 9 ट्रेकर्स के शव एसडीआरएफ और वायु सेना की मदद से ढूंढकर उत्तरकाशी पहुंचा दिए गये हैं। बुधवार को 5 बॉडी वायु सेना ने रिकवर कर ली थीं। लेकिन दोपहर बाद तेज बारिश और विजिबिलिटी कम होने की वजह से ऑपरेशन को रोक दिया गया था। हालांकि ग्राउंड पर रेस्क्यू टीम के सकुशल उतारने के बाद यह ऑपरेशन आज सुबह दोबारा शुरू हुआ। कुछ ही घंटों के भीतर बाकी चार शवों को ढूंढ लिया गया।
एसडीआरएफ ने इस ऑपरेशन की समाप्ति की बात कही है। 4 जून को इस हादसे का प्रशासन को पता लगा था और उसी दिन शाम से रेस्क्यू टीम रवाना कर दी गई थी। 5 जून की सुबह से ही वायु सेना के साथ मिलकर एसडीआरएफ ने भी रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया था। 5 जून को 5 शव और 11 सुरक्षित लोगों को बाहर निकाला था. लेकिन अभी भी तलाश उन लोगों की थी जो फंसे हुए थे. जिसके बाद 6 जून सुबह अन्य 4 शवों को भी निकाल लिया गया। एसडीआरएफ कमांडेंट ने बताया कि ये रेस्क्यू ऑपरेशन बेहद विकट हालात में किया गया था। एसडीआरएफ को जैसे ही सूचना मिली वैसे ही रेस्क्यू के सभी प्रयास शुरू कर दिए गए थे। बुधवार 5 जून को टीम ने 11 लोगों को सुरक्षित निकाला था। सुरक्षित निकाले गए लोगों में निम्न शामिल हैं.
गौर हो कि ये सभी लोग 29 मई से उत्तरकाशी के कठिन सहस्त्रताल ट्रेकिंग रूट पर गए थे। वहां कठिन परिस्थितियों में धुंध में रास्ता भटक गए थे। तीन दिन तक इन ट्रेकर्स के रेस्क्यू के लिए ऑपरेशन चलाया गया। वायुसेना के हेलीकॉप्टर भी रेस्क्यू अभियान में लगाए गए थे। ट्रेकिंग दल में 2 स्थानीय लोग भी पोर्टर के रूप में शामिल थे। इनमें 21 कर्नाटक और 1 महाराष्ट्र के ट्रेकर थे। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सहस्त्रताल ट्रेक हादसे पर दुख जताया है। उन्हें अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा- सहस्त्रताल ट्रेक पर खराब मौसम के कारण हुए हादसे में 9 ट्रेकर्स की मृत्यु की खबर बेहद दुःखद है। प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर 13 ट्रेकर्स को सुरक्षित बचा लिया है। अन्य लोगों को बचाने के लिए एसडीआरएफ, जिला प्रशासन और वायुसेना की मदद से ऑपरेशन जारी है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वे दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें तथा शोक संतप्त परिवारों को यह अपार दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें तथा फंसे हुए ट्रेकर्स की शीघ्र व सुरक्षित रिहाई की प्रार्थना करें।