नई दिल्ली. ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे में रेलवे के कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है. प्रधानमंत्री आज घटनास्थल का दौरा करेंगे. संभावना है कि प्रधानमंत्री के हादसे से वापस लौटने पर अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी. क्योंकि यात्रियों की सुरक्षा और संरक्षा प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता है. इसलिए हादसे में निचले और उच्च अधिकारियों पर गाज गिरने की पूरी संभावना है. पूर्व में हुए हादसों में भी गाज गिरी है.
बालासोर रेल हादसे में अभी तक 288 लोगों के मारे जाने की और 900 के करीब घायल होने की सूचना है. प्रधानमंत्री घटना स्थल का दौरा करने के बाद कटक के अस्पताल का दौरा करेंगे, जहां घायलों का इलाज कराया जा है. संभावना है कि दौरे के बाद अधिकारियों पर गाज गिरेगी. रेलवे के जानकार बताते हैं कि यात्रियों की सुरक्षा और संरक्षा को लेकर लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
नंवबर 2016 में कानपुर के पास पुखरायां में हुुए रेल हादसे में 150 लोगों की मौत हुई थी और करीब इतने ही लोग घायल हुए थे. इस मामले में झांसी के डीआरएम एसके अग्रवाल का स्थानांतरण कर दिया गया था और पांच अधिकरियों को निलंबित कर दिया गया था. इसी तरह अगस्त 2017 में खतौली ट्रेन हादसे में 26 लोगां की मौत हुई थी, इसके बाद उत्तर रेलवे के जीएम और दिल्ली के डीआरएम को छुट्टी पर भेज दिया गया था और कई अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था.
जानकार बताते है कि ओडिशा ट्रेन हादसे में मरने वालों और घायलों की संख्या काफी अधिक है, इसलिए कार्रवाई होना लगभग तय है. इस सभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है कि इसकी गाज बड़े अधिकारियों पर भी गिर सकती है.