लखनऊ : राजधानी जेल से पेशी के लिए सिविल कोर्ट आए पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर संजीव जीवा की कोर्ट के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई. हत्यारे वकील की ड्रेस पहनकर आए थे. उन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां दागीं और मौके से भाग निकले. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जीवा को देखा तो वो मृत था. जीवा ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड का मुख्य आरोपी था और इसी हत्याकांड की सजा काट रहा था. घटना में दो पुलिसकर्मी व एक बच्ची भी गोली लगने से घायल हुए हैं.डीसीपी राहुल राज के मुताबिक, संजीव जीवा को बुधवार दोपहर 3:50 पर कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था. इसी दौरान कोर्ट परिसर के अंदर वकील की वेशभूषा में आए शूटर ने संजीव जीवा पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. जिसमें संजीव जीवा की मौके पर मौत हो गई, वहीं इस दौरान संजीव जीवा के साथ मौजूद दो पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी है, जिसमें सिपाही लाल मोहम्मद और कमलेश शामिल हैं. इसके अलावा एक डेढ़ साल की बच्ची लक्ष्मी को भी पीठ पर गोली लगी है, जिसका ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है। डीसीपी के मुताबिक,हमलावर की पहचान जौनपुर निवासी विजय यादव के रूप में हुई है, उससे पूछताछ को जा रही है।
जीवा ने बुलेटप्रूफ जैकेट पहनने से खुद किया था इंकार : वहीं संजीव जीवा की सुरक्षा में कोर्ट आए घायल सिपाही कमलेश ने बताया कि आमतौर पर संजीव जीवा कोर्ट आए वक्त बुलेटप्रूफ जैकेट पहनता था, लेकिन आज जब उसे कोर्ट लाया जा रहा था तो जीवा ने गर्मी का हवाला देते हुए बुलेट प्रूफ जैकेट पहनने से इंकार कर दिया था। कमलेश के मुताबिक, हमलावर ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी थी।संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा को मुख्तार अंसारी के शार्प शूटर मुन्ना बजरंगी का करीबी बताया जाता है। वह मुजफ्फरनगर का एक कुख्यात बदमाश था। शुरुआती दिनों में वह एक झोलाछाप डॉक्टर के दवाखाने में कंपाउंडर की नौकरी करता था। बाद में उसी दवाखाना संचालक के मालिक को ही अगवा कर लिया था। संजीव जीवा ने वर्ष 1997 में बीजेपी विधायक ब्रह्मदत्त द्विवेदी और 2005 में बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या की थी।