जोशीमठ: नगर क्षेत्र में भू-धंसाव थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार रात को फिर से कई जगहों पर भू-धंसाव की घटनाएं सामने आई हैं। बीते 24 घंटों में 44 और भवनों में दरारें आई हैं। लोक निर्माण विभाग का पांच कमरों का गेस्ट हाउस भी पूरी तरह से जर्जर हालत में पहुंच गया है। गेस्ट हाउस की दीवारों पर मोटी दरारें पड़ी हैं, जिससे यह कभी भी जमींदोज हो सकता है।
वहीं, बदरीनाथ के पूर्व धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल के होटल के बैंक्वेटहॉल में पड़ी दरारें चौड़ी हो गई हैं। शनिवार रात को यहां होटल डिस्मेंटल में लगे लोनिवि की टीम के सदस्य सो रहे थे, जिन्हें रात में ही दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया। लोनिवि के ईई सुरेंद्र पटवाल ने बताया कि गेस्ट हाउस पूरी तरह से असुरक्षित है।
यहां के कमरों को भी खाली करवा दिया गया है। मजदूरों को भी गेस्ट हाउस परिसर में न जाने के लिए कहा गया है। सिंहधार वार्ड व मनोहर बाग में भी कई मकानों में दरारें बढ़ी हैं। मनोहर बाग वार्ड के सूरज कपरवाण का कहना है कि खेतों में दरारें लगातार चौड़ी होती जा रही हैं।
नगर क्षेत्र में अब तक कुल 826 भवनों में अब तक दरारें आ चुकी हैं। सीबीआरआई की टीम की ओर से रविवार को 17 और भवनों को असुरक्षित घोषित किया गया है। इन घरों में लाल रंग का निशान लगा दिया गया है।जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि उन्हीं जगहों पर दरारें बढ़ी हैं, जहां पहले थी। किसी नई जगह पर दरारें नहीं आई हैं। असुरक्षित भवनों का सर्वेक्षण कार्य चल रहा है। सीबीआरआई की टीम को एक सप्ताह में सर्वेक्षण कार्य पूर्ण करने के लिए कहा गया है।