मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में चल रहे चिंतन शिविर के आज के समापन सत्र में देर सायं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह
धामी अचानक सरदार पटेल भवन सभागार में पहुंचे। इस दौरान वह अन्य अधिकारियों के मध्य बैठकर एक श्रोता के रूप में विचारों को सुनने लगे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान बेहद गंभीरता के साथ प्रस्तुतिकरण को देखने के साथ ही अधिकारियों के विचारों और सुझावों को सुना।
इससे पहले चिंतन शिविर में मुख्यमंत्री धामी ने सुबह चिंतन शिविर में अपने विचार रखें और कहा कि जरा सा भी कुछ विवादित न निकले, इसलिए उन्हें सोचना पड़ता है। वह कम बोलते हैं। डेढ़ साल से उनके मुंह से कुछ भी विवादित नहीं निकला। उन्होंने यह भी कहा कि वह काली नदी के किनारे पैदा हुए हैं।