चमोली: जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव की घटना के बाद एनटीपीसी परियोजना में टनल कटिंग का काम बंद हो गया है. एनटीपीसी परियोजना में काम बंद होने के कारण यहां काम कर रहे मजदूरों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. मजदूरों ने अब तहसील परिसर में धरना देने की चेतावनी दी है. बता दें कि, तपोवन से सेलंग तक 12 किलोमीटर लंबे टनल बनाने का कार्य चल रहा है, जिसमें से 8 किलोमीटर तक टनल की खुदाई हो चुकी है.बता दें जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति लगातार एनटीपीसी परियोजना की टनल को जोशीमठ भू-धंसाव का बड़ा कारण मान रही है. जिसके कारण संघर्ष समिति के साथ ही यहां के स्थानीय लोग लगातार परियोजना के काम को बंद करने की मांग कर रहे थे. प्रशासन ने भी स्थानीय लोगों की मांगों को मानते हुए एनटीपीसी द्वारा किए जा रहे टनल निर्माण के कार्य पर रोक लगा दी गई है. ऐसे में अब टनल निर्माण में जुटे करीब 300 से अधिक मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
मजदूरों का कहना है कंपनी ने उनका भुगतान रोक लिया है और उन पर काम छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा. मजदूरों ने कहा काम बंद होने के बाद उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. भू-धंसाव की घटनाओं के बाद से ही काम बार-बार बाधित हो रहा था, जिससे उनके भुगतान को रोक दिया गया है. अब काम बंद होने से उनके सामने पूरी तरह से रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. मजदूरों ने भी अब अपनी मांगो को लेकर तहसील परिसर में धरना देने की चेतावनी दी है.