Friday, March 29, 2024
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यहां जाएं जरा संभलकर, काल बनकर घूम रहा गुलदार

यदि आप पौड़ी के सर्किट हाउस-देवप्रयाग रोड, कंडोलिया-टेका व ल्वाली रोड पर सुबह या शाम के वक्त टहलने जाते हैं, तो जरा संभलकर। इन मार्गों पर इन दिनों अलसुबह व शाम ढलते ही गुलदार दिखाई देने से खतरे का अंदेशा बना हुआ है।

खुद वन विभाग भी रात्रि गश्त के साथ ही आमजन को जागरूक करने में जुटा हुआ है। शहर के इन इलाकों में गुलदार कई मवेशियों को अपना निवाला बना चुका है। इन मार्गों पर टहलना खतरे से खाली नहीं
कंडोलिया-टेका व ल्वाली तथा सर्किट हाउस मोहल्ले से देवप्रयाग मोटर मार्ग पर हर रोज अलसुबह व शाम को काफी संख्या में खुशनुमा मौसम के बीच लोग टहलने जाते हैं। जिस प्रकार आए दिन गुलदार दिखाई दे रहा है, ऐसे में इन मार्गों पर टहलना खतरे से खाली नहीं है। गढ़वाल वन प्रभाग के डीएफओ मुकेश कुमार के निर्देश पर इन दिनों वन कर्मी गुलदार संभावित क्षेत्रों में रात्रि गश्त की जा रही है।
इसके अलावा आमजन को जागरूक करने तथा घरों के आस-पास उगी झाड़ियों को नष्ट करने की सलाह भी दे रहे हैं।

बाघ के हमले में श्रमिक घायल कोटद्वार में कालागढ़ टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट वन प्रभाग की अदनाला रेंज में बाघ के हमले में एक श्रमिक घायल हो गया है। श्रमिक को कोटद्वार के बेस चिकित्सालय में उपचार के लिए लाया गया है। घटना रविवार दोपहर करीब 12:00 बजे की है। अदनान रेंज की हल्दी गढ़ी कक्ष संख्या 16 के अंतर्गत डब्रू गांव के समीप बाघ ने श्रमिक गणेश पर हमला कर दिया।

गणेश अपने साथी के साथ जंगल की ओर लकड़ियां बीनने गया था। गणेश के साथ मौजूद युवक ने बाघ पर पत्थर से हमला किया। जिससे बाघ घायल गणेश को मौके पर छोड़ जंगल की ओर चला गया। सूचना मिलते ही अदनाला रेंज से वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से घायल गणेश को उपचार के लिए कोटद्वार के बेस चिकित्सालय में लेकर आई। डबरू गांव में इन दिनों सुरक्षा दीवार निर्माण सहित अन्य विकास कार्य चल रहे हैं। विकास कार्यों नेपाली मूल के श्रमिक कर रहे हैं।

कमलेश्वर क्षेत्र में गुलदार का खौफ
श्रीनगर के प्रमुख आबादी वाले क्षेत्र कमलेश्वर और न्यू कमलेश्वर मोहल्ले में गुलदार की दहशत बढ़ती जा रही है। दिनदहाड़े गुलदार क्षेत्र में चहलकदमी करता नजर आ रहा है। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता लाल सिंह नेगी ने बताया कि पिछले 15 दिनों से हर रोज यह गुलदार दिनदहाड़े कमलेश्वर और न्यू कमलेश्वर मोहल्ले में घूम रहा है। कभी भी कोई बड़ी घटना घट सकती है। अब तक यह कई कुत्तों को अपना निवाला बना चुका है।

लाल सिंह नेगी ने कहा कि मोहल्लेवासियों ने दिनदहाड़े मोहल्ले में गुलदार की धमक की सूचना वन विभाग और अन्य अधिकारियों को भी दी, लेकिन अभी तक वन विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि न्यू कमलेश्वर क्षेत्र में गुलदार को पकड़ने के लिए तत्काल एक पिंजरा लगाने की सख्त जरूरत है। दिनदहाड़े गुलदार का घनी आबादी वाले क्षेत्र में बेखौफ आना कभी भी किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है।

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