चमोली: बदरीनाथ हाईवे शुक्रवार को चमोली के पास छिनका में करीब चार घंटे तक बंद रहा जिसके चलते सेना के वाहनों के साथ ही स्थानीय लोग और स्कूल जाने वाले शिक्षक फंसे रहे। सुबह करीब 11 बजे हाईवे खुलने पर सभी ने राहत की सांस ली। बदरीनाथ हाईवे चमोली और पीपलकोटी के बीच छिनका में सुबह करीब सात बजे चट्टान का एक हिस्सा दरककर हाईवे पर आ गिरा जिससे हाईवे पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। हाईवे बंद होने से यहां पर वाहनों की लंबी कतार लग गई।
जोशीमठ क्षेत्र से देहरादून, ऋषिकेश जाने वाले और सेना के वाहन, जबकि पीपलकोटी, निजमुला, जोशीमठ आदि क्षेत्रों में जाने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों के वाहन यहां फंसे रहे। हाईवे से मलबा हटाने के लिए एनएच की जेसीबी लगाई गई लेकिन मलबा अधिक होने के चलते हाईवे खोलने में काफी समय लग गया।
सुबह करीब 11 बजे हाईवे से मलबा हटाकर वाहनों की आवाजाही सुचारु कराई जा सकी। बदरीनाथ हाईवे चौड़ीकरण के तहत यहां पर चट्टान कटिंग का काम किया गया था जिसके चलते 2020 से इस क्षेत्र में भूस्खलन हो रहा है।
भूस्खलन होने से अक्सर यहां पर पहाड़ी दरकने से हाईवे बंद होता रहता है। समय पर यहां पर ट्रीटमेंट कार्य नहीं किया गया तो आने वाले यात्रा सीजन में यह परेशानी का सबब बन सकता है।बदरीनाथ हाईवे पर छिनका के पास शुक्रवार सुबह मलबा आ गया था। सूचना पर तत्काल जेसीबी और पोकलैंड मशीन लगाकर हाईवे को सुचारू किया गया। यहां पर हाईवे सुधारीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है। जल्द हाईवे को दुरुस्त कर दिया जाएगा, जिससे आने वाले दिनों में भूस्खलन की समस्या से निजात मिल सकेगी।
- आरके श्रीवास्तव, उपमहाप्रबंधक एनएचआईडीसीएल