पंतनगर। पंतनगर विश्वविद्यालय का 34वां दीक्षांत समारोह हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। आज का यह दीक्षांत समारोह इस लिए भी खास रहा क्योंकि एनएसए अजीत डोभाल खुद समारोह में शामिल हुए। उनके पहुंचते ही छात्रों में भारी उत्साह नजर आया। समारोह में राज्यपाल गुरमीत सिंह सहित कृषि मंत्री गणेश जोशी, डीजी आईसीएआर डाॅ. हिमांशु पाठक व डेयर सचिव भी पहुंचे हैं। गुरुवार को पंतनगर विश्वविद्यालय के 34 में दीक्षांत समारोह के अवसर पर विद्वत शोभा यात्रा का दीक्षांत पंडाल में प्रवेश हुआ, जिसमें विवि के लगभग चार सौ प्राध्यापकों ने शोभा यात्रा में प्रतिभाग किया। दीक्षांत समारोह में शैक्षणिक वर्ष 2020-21 व 2021-22 के यूजी के 1269, पीजी के 963 व पीएचडी के 271, कुल 2503 विद्यार्थियों दी उपाधि दी गई। साथ ही 26 स्वर्ण पदक, 22 रजत पदक व 22 कास्य पदक सहित विभिन्न अवार्ड भी प्रदान किए गए।
दीक्षांत समारोह में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि बॉर्डर में तैनात जवान की तरह ही कृषि उपाधि लेने वाले छात्र योद्धा है। कहा कि खाद्य सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा का ही आयाम है। चीन में खेती कम फिर भी उत्पादकता हमसे अधिक। 15 फ़ीसदी क्षेत्रफल में ही खेती होती है चीन में, फिर भी हम से 22% उत्पादकता अधिक है। एनएसए ने अगले 10 वर्ष में भारत को विश्व में खाद्य उत्पादकता के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ बनाने का आह्वान किया। डोभाल ने कहा कि पंत विश्वविद्यालय हमारे राष्ट्र का गौरव है। विवि ने देश की सेवा उस समय पर को थी, जब देश आजाद हुआ था। जब भारत का विभाजन हुआ तो 22 मिलियन हेक्टर भूमि पाकिस्तान में चली गई। उपजाऊ भूमि चली गई। जिससे 35 करोड़ की जनता के लिए अन्न पर्याप्त नहीं था। आजादी के समय देश मे 50 मिलियन टन खाद्यान उत्पादन हुआ था, जो वर्तमान में बढ़कर 340 मिलियन टन उत्पादन हो रहा है।
बता दें कि इस बार फिर छात्राओं ने बाजी मारी है। 70 में से 48 पदकों पर छात्राओं ने कब्जा किया। वेटरिनरी स्नातक रोशनी व कृषि स्नातक सुरवि को कुलाधिपति स्वर्ण पदक मिला। वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को राज्यपाल गुरमीत सिंह ने डॉक्टरेट ऑफ साइंस की मानद उपाधि प्रदान की