देहरादून: बेटे की जिद पर मां आशा मधवाल मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में पहुंची तो गेट पर खड़े संतरी ने रास्ता रोक दिया और पीछे के गेट से आने के लिए कहा। जब पता चला कि यह आकाश मधवाल की मां है तो उन्हें सम्मान के साथ अंदर ले जाया गया। वहां पहले से ही मौजूद कई क्रिकेटरों के परिजनों और फिल्मी सितारे भी उनसे मिलने आए। उनके बेटे के नाम से मिल रहे सम्मान को पाकर मां की आंखें भर आईं।
आशा मधवाल बताती हैं कि उनके बेटे ने फोन कर बताया कि उसने मुंबई की टिकट करा दी है और वे वानखेड़े स्टेडियम में 12 तारीख को पहुंच जाएं। इस पर वे रात को ही दिल्ली से फ्लाइट लेकर सुबह पहुंच गई। वानखेड़े स्टेडियम से पहले ही उनका मायका घर है। बेटा और भाई उन्हें एयरपोर्ट पर लेने पहुंचे।
क्रिकेटर रोहित शर्मा सहित कई सितारों ने देखकर दिया सम्मान
इसके बाद आशा मधवाल अपने मायके में कुछ देर के लिए रुकी। बेटे की ओर से उन्हें पांच पास मिले थे। वे अपने भाई और भाभी को साथ लेकर स्टेडियम पहुंची। यहां आकाश ने संतरी को बताया कि ये मेरी मम्मी है। संतरी उन्हें अंदर ले जाने लगा तो दूसरे संतरी ले रोक दिया और पीछे के गेट से आने के लिए कहा।
इस पर पहले संतरी ने धीरे से बताया कि ये आकाश मधवाल की मां है। बस फिर क्या था संतरी उन्हें पूरी सम्मान के साथ भीतर ले गया और चाय पानी का ऑफर किया। आशा मधवाल ने बताया कि वहां क्रिकेटर रोहित शर्मा, अभिनेता शाहिद कपूर समेत कई सितारे परिवार के साथ पहुंचे हुए थे। सभी उन्हें पूरा सम्मान दिया।
दोनों चुनौतियां एक साथ खड़ी हुई
आकाश का जब इंटरमीडिएट का पहला पेपर था। उसी दिन उनके पिता की हार्ट अटैक आने से मृत्यु हो गई। इस पहाड़ जैसे दुख के बीच आकाश ने सभी परीक्षाएं दीं और फर्स्ट डिवीजन से पास हुआ। इसके बाद मां के सामने बच्चों की परवरिश और मुफलिसी के समय दोनों चुनौतियां एक साथ खड़ी हो गईं।
बेटे ने अपनी कामयाबी से जिंदगी के घाव पर मरहम लगा दिया
आशा मधवाल बताती हैं कि उनके पति बीईजी में इंजीनियर थे। उनकी मृत्यु के बाद छह माह महीने तक पति के सभी अकाउंट ब्लॉक हो गए। जिस पर वे मुंबई में भाइयों के पास गई और मदद मांगी। पेंशन शुरू होने के बाद भी कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इसके बाद बेटा इंजीनियर बन गया और नौकरी लग गई तो कुछ सहारा दिखने लगा और अब बेटे ने अपनी कामयाबी से काफी हद तक जिंदगी के घाव पर मरहम लगा दिया है। मन में एक ही मलाल है कि उनके पति जिंदा होते तो वे भी अपने बेटे को खेलता हुए देखते।
पहले इंजीनियर बनकर पूरा किया पिता का अरमान
आशा मधवाल ने बताया कि उनके पति कहा करते थे कि वह इंजीनियर है और उनका बेटा भी इंजीनियर बनेगा। आकाश ने पहले इंजीनियर बनकर अपने पिता का सपना पूरा किया और अब क्रिकेटर बनकर उनका सम्मान बढ़ा रहा है।
बड़े भाई के बाद करेंगी आकाश की शादी
धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को पूरी अहमियत देने वाली आशा मधवाल बेहद मृदु स्वभाव की हैं। आकाश की शादी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी उसके बड़े भाई आशीष की शादी नहीं हुई तो आकाश की कैसे करेंगी। उन्होंने बताया कि आशीष कुछ बिजनेस करने की सोच रहा है। पहले आशीष की शादी करूंगी और उसके बाद आकाश की।