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बाबासाहेब आंबेडकर: भारतीय समाज के आर्थिक समृद्धि के प्रणेता
नई दिल्ली, 6 दिसंबर 2023: आज हम आपको एक ऐसे महान व्यक्ति की जीवनी से परिचित कराएंगे जिन्होंने भारतीय समाज को अपार सामाजिक और आर्थिक उत्थान की राह में मार्गदर्शन किया।
नाम:भीमराव आंबेडकर
जन्म तिथि: 14 अप्रैल 1891
जन्म स्थान: महु, मध्यप्रदेश
शिक्षा:लंदन विश्वविद्यालय, कोलंबो विश्वविद्यालय
करियर का आरंभ: आंबेडकर ने वकालत की पढ़ाई करने के बाद भारतीय समाज में अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई और सामाजिक सुधार के लिए संघर्ष किया।
समाजिक सुधार:उनके नेतृत्व में, भारतीय संविधान का निर्माण हुआ, जिसने समाज को समानता और न्याय की दिशा में मुखरित किया।
आर्थिक सुधार: आंबेडकर ने अनुसूचित जातियों के लिए आर्थिक विकास के लिए कई योजनाएं बनाई और उन्हें लागू करने में सक्रिय भूमिका निभाई।
अंतिम समय में:उनकी मृत्यु दिवसी तिथि, 6 दिसंबर, को भारतीय संविधान को समर्पित करने के रूप में मनाई जाती है।
भारतीय समाज ने उनके योगदान को सराहते हुए आंबेडकर को एक महान सोचकर, विचारकर, और समाज-सुधारक के रूप में याद करेगा।
डॉ. भीमराव आंबेडकर ने अपने जीवन में जातिगत भेदभाव के खिलाफ संघर्ष किया और समाज में समानता की बढ़ती आवश्यकता को महसूस किया। उनके मौजूदा भूमिका का सुरक्षित रखना देश के संविधान के लागू होने में महत्वपूर्ण था।
भीमराव ने अपने शिक्षा के समय से ही जातिगत असमानता का सामना किया, लेकिन उन्होंने इसे परास्त करके उच्च शिक्षा प्राप्त की और समाज में बदलाव लाने का संकल्प किया। उनकी सख्ती और संघर्षशील भूमिका ने उन्हें देशभर में मान्यता दिलाई।
उनकी मृत्यु के कारण भारत ने एक महान नेता को खो दिया, लेकिन उनकी आत्मा और उनके आदर्शों ने जातिगत भेदभाव के खिलाफ लड़ने वाले लोगों को प्रेरित किया। उनकी पुण्यतिथि को ‘महापरिनिर्वाण दिवस’ के रूप में मनाना देशवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।