कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) का समाज पर गहरा प्रभाव हो रहा है। यह प्रौद्योगिकी के उन्नतीकरण के साथ-साथ समाज में कई पहलुओं पर असर डाल रही है। विशेष रूप से इसका प्रभाव निम्नलिखित क्षेत्रों में दिखाई देता है:

1. रोजगार परिप्रेक्ष्य:कृत्रिम बुद्धिमत्ता की वृद्धि से नौकरियों में बदलाव हो रहा है। कुछ कार्यों को अब मशीनें कर रही है जिससे मानव श्रमिकों को प्रभावित होना सकता है।
2. शिक्षा: कृत्रिम बुद्धिमत्ता शिक्षा के क्षेत्र में भी अहम बदलाव ला रही है। विद्यार्थियों के लिए अनुकूलित अध्ययन मार्गदर्शन तथा शिक्षा सामग्री की पेशेवर तैयारी के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग हो रहा है।
3. स्वास्थ्य सेवाएँ: रोबोटिक्स और बुद्धिमत्ता से युक्त उपकरणों के द्वारा चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया जा रहा है, जैसे कि रोबोटिक सर्जरी और डायग्नोस्टिक प्रक्रियाएँ।
4. आर्थिक सेक्टर:कृत्रिम बुद्धिमत्ता वित्तीय विपणन, निवेश और आर्थिक विचारों को भी प्रभावित कर रही है।
5. नैतिक और नैतिक मुद्दे:बुद्धिमत्ता से जुड़े नैतिक प्रश्न भी उठ रहे हैं, जैसे कि यह कैसे तय करता है कि किस कार्रवाई को मानवता के साथ सामर्थ्य है और कौनसी नहीं।समाज में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के प्रभाव के साथ-साथ हमें सावधान रहने और तय सोच-समझ के साथ इसका उपयोग करने की आवश्यकता है, ताकि हम समाज को सुरक्षित और सही दिशा में ले जा सकें।